COVID 19 UPDATE - (which coronavirus vaccine are better?) कैसे पता चलेगा कि कौन सा वैक्सीन बेहतर है? (COVISHIELD or COVAXIN)
Which coronavirus vaccine are better?
कैसे पता चलेगा कि कौन सा वैक्सीन बेहतर है?
कोरोना वायरस (corona virus)वैक्सीन (vaccine) जरूरी अपडेट
तो शुरू करते हैं, जैसा कि हम जानते हैं कि भारत में कोरोनावायरस का दूसरा चरण 1 मार्च 2021 से शुरू होता है।
इस संकट से निटपटने में जिन साथी वर्कर को ये वैक्सीन लग रही थी अब साथ ही बाकि लोगो को भी वैक्सीन लगेगी
इस चरण में उन लोगो को वैक्सीन दी जा रही जो 60 साल या उसे ऊपर के है.इसके आलावा 45 साल या उसे ऊपर के लोगो भी वैक्सीन लगया जायेगा जो बीमारी से ग्रस्त हे!
आइये अब जानते है भारत देश में दो वैक्सीन को approval मिला हुआ Covishield and Covaxin और इन दोनों के बीच में अन्तर है!
यहाँ हमने दोनों वैक्सीन में छोटी सी तुलना की ताकि पता चल सके कोनसी वैक्सीन लाभदायक है
सबसे पहले यह जानना जरुरी है की यह वैक्सीन किसने बनाई है.
COVAXIN
सबसे पहले बात करते हे COVAXIN की ये VACCINE तयार की है Hyderabad based
company Bharat Biotech ने ये वैक्सीन तयार की है or मदद की है Indian council of medical research ICMR or national institute of virology NIV ने .
दूसरे चरण की टीकाकरण अभियान की शुरुआत करते हुए PM नरेंदर मोदी ने COVAXIN लगवाई थी!
COVISHIELD
अब बात करते है COVISIELD की इस वैक्सीन को तैयार किया कि ब्रिटेन की Oxford University और वहां की एक बड़ी दवा कंपनी AstraZeneca के scientist ने मदद की! इस vaccine को COVISIELD नाम इसे भारत में मिला है इसका असली नाम ChAdOx1
& COB-19 बाद में इसका नाम AZD1222 हो गया बाद में इसके निर्माण और वितरण के लिए AstraZeneca ने Serum
institute of India से कई महीने पहले डील कर ली थी भारत और इस दुनिया की सबसे बड़ी vaccine निर्माता कंपनी ने इसे COVISIELD नाम दिया है!
आप जानते कैसे ये बनाई गयी है!
COVAXIN- एक inactivate वैक्सीन हे इसे corona
virus के dead
particle के synthetic
version से तैयार किया गया हे शरीर में inject किए जाने बाद ये पार्टिकल किसी तरहे का नुकसान नहीं पहुंचाते लेकिन हमारी Immune system को Virus से लड़ने के लिए तैयार करता है! शरीर को तमाम बैक्टीरियल या वायरल सक्रमण से बचाने वाली कोशिकाएं ये इन dead पार्टिकल के जरिये corona virus से परिचित हो जाती हे! वैक्सीन लगने के बाद अगर व्यक्ति sars
cov 2 coronavirus की चपेट में आता हे तो immune
system इन्हे रोकने वाली कोशिकाएं तैयार कर लेता है ये कोशिकाएं cells या virus को और फैलने नहीं देती!
COVISHIELD- COVISHIELD भी कुछ इसी तरीके के concept में करती है लेकिन इसे sars cov 2 coronavirus के dead पार्टिकल से नहीं बनाया है! Oxford University के वैज्ञानिकों के मुताबिक COVISHIELD (AZD1222) को बनने में andenovirus नामक विषाणु का इस्तमाल किया गया हे जो की चिंपांज़ी में पाया जाता हे वज्ञानिकों का कहना हे कीandenovirus
इंसानों के लिए नुकसान देह नहीं हे इसलिए corona virus के spike
protein के साथ अटैच कर बॉडी में पोछय जाता है इसके बाद की पर्किर्या वैसे ही जैसे COVAXIN में बताया गया हे!
आप जानते है दोनों vaccine के कितने dose है ?
इस मामले में दोनों ही COVAXIN और COVISHIELD एक जैसे ही दोनों ही डबल DOSE दिए जाते यानिकि दोनों दो दो DOSE जरुरी होते है! दोनों DOSE के बीच में कम से कम 28 डे का गैप होना चाइये!
कहाँ स्टोर कर सकते है ?
Covishield
OR Covaxin स्टोर करना आसान इसे 2 से 8 डिग्रीसेल्सियस के तापमान पर स्टोर कर सकते है!
इसके आसान स्टोरेज के कारण ही भारत सरकार इन दो विकल्पों को चुना है!
अब जानते कितनी असरदार है दोनों वैक्सीन !
Bharat Biotech का दावा है कि COVAXIN third face के ट्रायल के बाद 81 % असरदार रही है वही COVISHIELD के मामले में ये आंकड़ा 60-70 % तक रहा है !
covid 19 महामारी के दौरान WHO ने कहा था vaccine के प्रभावी होने के लिए बीमारी के खिलाफ कम से कम 50 % प्रभाव होनी चाइये इस हिसाब से ये दोनों ठीके सक्षम है!
अब देखते है दाम
Vaccine की कीमत सरकार तये कर रही है इसका नियम फिलाल ये ही की सरकरी अस्पताल में लगये जा रही फ्री में लगये जा रही है वही private अस्पताल में covid center में 1 dose 250/- रुपया देने होंगे यानि दो दोसे के लिए 500/- रुपया तक का खर्चा आएगा!
आशा है यह महतवपूर्ण जानकारी आपको मददकर होगीgoogle
Comments
Post a Comment